आज के दौर में वैश्विक अर्थव्यवस्था एक बहुत बड़ी चुनौती है। इस चुनौती का सामना करने के लिए विभिन्न देशों ने एक संगठन बनाया है जिसे G20 कहा जाता है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था के विभिन्न मुद्दों पर सहयोग करना है। इस ब्लॉग में हम G20 के बारे में विस्तार से जानेंगे।
G20 समिट 2023: भारत में विश्व अर्थतंत्र का महत्वपूर्ण परियोजना
G20 समिट का परिचय:
G20 या "ग्रुप ऑफ ट्वेंटी" दुनिया की 19 अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं और यूरोपीय संघ के साथ बने गठबंधन को संकेत करता है जो आयकरदाताओं के लिए अर्थशास्त्रीय और वित्तीय मुद्दों पर विचार विमर्श करता है। यह समिट हर वर्ष आयोजित होता है और विभिन्न देशों में होता है।
भारत में G20 समिट 2023:
भारत का गौरव है कि यह 2023 में G20 समिट के मुख्य आयोजक देश के रूप में चयन हुआ है। यह समय है जब भारत अपनी अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का सुनहरा अवसर प्राप्त कर रहा है।
मुख्य उद्देश्य:
G20 समिट के मुख्य उद्देश्य विभिन्न आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर विचार विमर्श करना है ताकि दुनियाभर के विकासशील और विकासहीन देश सहमति बना सकें। इसके साथ ही वैश्विक सहयोग, वित्तीय स्थिरता, टेक्नोलॉजी और अवासरों के क्षेत्र में सहयोग की दिशा में नीतियों का परिप्रेक्ष्य भी होता है।
G20 शिखर सम्मेलन 2023 का थीम और उसका अर्थ:
G20 शिखर सम्मेलन 2023 का चयनित थीम(Theme) "Vasudhaiva Kutumbakam" है, जो संस्कृत में "वसुधैव कुटुम्बकम" होता है। यह विचार ब्रह्मविद्या के प्रचारक महर्षि याज्ञवल्क्य की वाणी से लिया गया है। इस शब्दों का अर्थ होता है - "एक पृथ्वी, एक परिवार" या "सभी मनुष्य एक परिवार के सदस्य हैं"। इसका मतलब है कि हम सभी एक ही परिवार के हिस्से हैं और हमें सभी को मिलकर विकास, समृद्धि, और सुरक्षा की दिशा में काम करना चाहिए।
इस थीम का महत्वपूर्ण कारण यह है कि वर्तमान में विश्वभर मे महामारी, जलवायु परिवर्तन, वित्तीय संकट और सामाजिक समस्याओं के सामना करने के लिए एक साथ काम करने की आवश्यकता है। यह थीम विभिन्न राष्ट्रों को एक साथ आने के लिए प्रेरित करती है, ताकि वे सामाजिक और आर्थिक सुधार की दिशा में साझा काम कर सकें।
इस थीम के माध्यम से G20 शिखर सम्मेलन 2023 में सम्मेलित देशों ने व्यापारिक और सामाजिक सहयोग में बढ़ती एकता को प्रमोट करने का आशा है। यह थीम मानवता के एकता, समरसता, और विकास की महत्वपूर्णता को उजागर करती है, जो विभिन्न क्षेत्रों में उन्नति की दिशा में मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
G20 2023 के LOGO का मतलब और प्रेरणा:
- राष्ट्रीय ध्वज के रंग: Logo का रंग भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के चार रंगों - केसरिया, सफेद, हरा और नीला - से प्रेरित है। यह चार रंग भारतीय संस्कृति, एकता और विविधता की प्रतीक हैं।
- पृथ्वी और कमल: Logo में पृथ्वी को कमल के साथ मिलाया गया है, जो समस्याओं के बीच में विकास का प्रतीक है। यह प्रतीक पृथ्वी के साथ-साथ भारत के समग्र विकास और प्रगति की स्थिति को दर्शाता है।
- भारतीय संस्कृति का प्रतीक: पृथ्वी भारत के प्रकृति के साथ समन्वय में रहने की प्रकृति-प्रिय पहलु को प्रतिबिंबित करती है। यह भारतीय संस्कृति के साथ साझा वातावरण की महत्वपूर्णता को दर्शाता है जो समृद्धि और संतुलन में निहित है।
- "Bharat" शब्द: Logo के नीचे "Bharat" शब्द Devanagari लिपि में लिखा हुआ है, जो "India" का हिंदी में अनुवाद है। यह भारतीय संघर्षशीलता, समर्पण और समृद्धि की दिशा में भारत की पहचान को प्रकट करता है।
- प्रेसिडेंसी का विषय "Vasudhaiva Kutumbakam": G20 प्रेसिडेंसी का विषय "Vasudhaiva Kutumbakam" है, जो संस्कृत में "One Earth, One Family, One Future" का मतलब है। यह विश्वभर में समरसता, सामंजस्यपूर्णता और सामंजस्यवाद की प्राथमिकता को दर्शाता है।
- G20 प्रेसिडेंसी का संकेत "LiFE" (Lifestyle for Environment): G20 प्रेसिडेंसी का संकेत "LiFE" है, जो पर्यावरण के प्रति समर्पित, समन्वित, संतुलित, स्थायी, समृद्ध, समन्वित पहलु को प्रकाशित करता है। यह सुरक्षित और स्थायी जीवनशैली के प्रति जागरूकता को प्रोत्साहित करता है, जो हमारे पृथ्वी के साथ-साथ एक अत्यंत महत्वपूर्ण रिश्ता है।
- G20 अंतिम शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में Bharat Mandapam International Exhibition-Convention Centre (IECC), Pragati Maidan में होगा ।
- G20 अंतिम शिखर सम्मेलन 9 सितंबर 2023 को 10:00 AM से 6:00 PM तक और 10 सितंबर 2023 को 9:00 AM से 5:00 PM तक होगा ।
- G20 अंतिम शिखर सम्मेलन के पहले 6 सितंबर 2023 को Joint Sherpas and Finance Deputies Meeting होगी, जो 9:00 AM से 6:00 PM तक होगी ।
- G20 अंतिम शिखर सम्मेलन के पहले 5-6 सितंबर 2023 को Finance Deputies Meeting होगी, जो 9:00 AM से 6:00 PM तक होगी ।
- G20 अंतिम शिखर सम्मेलन के पहले 3-6 सितंबर 2023 को 4th Sherpa Meeting होगी, जो 9:00 AM से 6:00 PM तक होगी ।
- संस्थानों की बंदी (Offices Closed): G20 समिट के दौरान 8 सितंबर से 10 सितंबर तक स्कूल, सरकारी कार्यालय और व्यापारिक स्थल बंद रहेंगे।
- वित्तीय संस्थान: समिट के दौरान बैंक और वित्तीय संस्थान भी 8 सितंबर से 10 सितंबर तक बंद रहेंगे।
- प्रतिभागियों के लिए पहुँच: प्रतिभागी, मीडिया, संगठन और समूह समिट के दौरान VIP लॉन्ज, होटल और सभी बैठकों, चर्चाओं और कार्यक्रमों के लिए पहुँच प्राप्त कर सकते हैं।
- परिवहन पर प्रतिबंध: हल्के वाहन, महत्वपूर्ण सामान वाहन, मेट्रो सेवाएँ और DTC बसें समिट के दौरान प्रतिबंधों या मार्ग परिवर्तन का सामना कर सकते हैं।
- COVID-19 सुरक्षा: समिट के दौरान COVID-19 दिशा-निर्देशों का पालन सख्तता से किया जाएगा। इसमें COVID-19 टेस्ट रिपोर्ट का नकारात्मक प्रमाण, टीकाकरण प्रमाण, मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, सैनिटाइजेशन, और आवश्यकतानुसार क्वारंटीन के नियमों का पालन शामिल है।
महत्वपूर्ण मुद्दे:
भारत में जी20 समिट के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत होने की उम्मीद है। इस समय विभिन्न आर्थिक मुद्दों पर विचार किए जाएंगे और सहयोग की दिशा में मार्गदर्शन किया जाएगा। ये कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हो सकती हैं:
1. वित्तीय स्थिरता: वित्तीय स्थिरता एक महत्वपूर्ण चुनौती है जो विश्व अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकती है। समिट में इस पर विचार किया जाएगा कि कैसे वित्तीय स्थिरता को बनाए रखा जा सकता है।
2. व्यापार और वाणिज्यिक सहयोग: विभिन्न देशों के बीच व्यापार और वाणिज्यिक सहयोग को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।
3. शैक्षिक और तकनीकी सहयोग: शैक्षिक सहयोग और तकनीकी उन्नति के क्षेत्र में भी विचार-विमर्श होगा।
4. पर्यावरण और साइबर सुरक्षा: पर्यावरण संरक्षण और साइबर सुरक्षा के मुद्दे भी समिट में उच्चतम मानकों पर चर्चा के लिए हो सकते हैं।
निष्कर्ष:
जी20 समिट 2023 भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो देश को वैश्विक अर्थतंत्र में अपनी भूमिका को मजबूत करने का अवसर प्रदान कर रहा है। यह समय है जब दुनिया के प्रमुख आर्थिक शक्तियाँ एक साथ आकर आर्थिक सहयोग और विकास की दिशा में कदम उठा सकती हैं। इस समिट से आने वाले निर्णय और सहमतियाँ विश्व अर्थव्यवस्था के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
महत्वपूर्ण बिन्दु:
- Ø G20 शिखर सम्मेलन 2023 भारत G20 की 18वीं बैठक है, जो 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है, जो विश्व के GDP का लगभग 80% और वैश्विक व्यापार का 75% हिस्सा हैं।
- Ø G20 का मुख्य उद्देश्य सामंजस्यपूर्ण, समावेशी, प्रतिरोधी, सुरक्षित, स्थायी, समृद्ध, समन्वित और संतुलित विकास को सुनिश्चित करना है, जो मानवता के समस्त पहलुओं को संबोधित करता है।
- Ø G20 में 19 सदस्य-राष्ट्र (Argentina, Australia, Brazil, Canada, China, France, Germany, India, Indonesia, Italy, Japan, Mexico, Republic of Korea, Russia, Saudi Arabia, South Africa, Turkey, United Kingdom and United States) और European Union (EU) हैं।
- Ø G20 में 9 प्रमुख प्रतिनिधि-संस्थाएं (UN, IMF, WB, WHO, WTO, ILO, FSB and OECD) और 3 क्षेत्रीय संस्थाएं (AU, AUDA-NEPAD and ASEAN) हैं।
- Ø G20 में 13 प्रतिनिधि-राष्ट्र (Bangladesh, Egypt, Mauritius, Netherlands, Nigeria, Oman, Singapore, Spain and UAE) हैं।
- Ø G20 में 3 प्रतिनिधि-संस्थाएं (ISA, CDRI and ADB) हैं।
- Ø G20 में 2 प्रतिनिधि-समुह (Civil 20 and Women 20) हैं।
- Ø G20 में 6 मंत्री-समिति (Finance Track: Finance Ministers and Central Bank Governors; Sherpa Track: Agriculture Ministers; Education Ministers; Employment Ministers; Environment Ministers; Foreign Affairs Ministers; Health Ministers; Tourism Ministers; Trade and Investment Ministers) हैं।
- Ø G20 में 10 कार्य-समूह (Anti-Corruption Working Group; Climate Stewardship Working Group; Development Working Group; Digital Economy Task Force; Energy Transitions Working Group; Framework Working Group; Infrastructure Working Group; International Financial Architecture Working Group; Sustainable Finance Study Group; Trade and Investment Working Group) हैं।
- Ø G20 में 4 सहायक-समुह (Business 20; Labour 20; Science 20; Think 20) हैं।
- Ø G20 में 2 सलाहकार-समुह (High Level Independent Panel on Financing the Global Commons for Pandemic Preparedness and Response; High Level Panel on Global Health and the Economy) हैं।
- Ø शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में Bharat Mandapam International Exhibition-Convention Centre (IECC), Pragati Maidan में आयोजित किया जाएगा ।
- Ø शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी, करेंगे, जिन्होंने 1 दिसंबर 2022 को प्रेसिडेंसी को इंडोनेशिया से संभाला।
- Ø शिखर सम्मेलन का विषय “Vasudhaiva Kutumbakam”, है, जो संस्कृत में “One Earth, One Family, One Future” का मतलब है।
- Ø शिखर सम्मेलन में हरे विकास, जलवायु वित्त और LiFE; प्रगति, समावेशी और प्रतिरोधी वृद्धि; SDGs पर प्रगति में गति; प्रौद्योगिकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक संरचना; 21वीं सदी के बहुपक्षीय संस्थान; महिला-नेतृत्व में विकास पर सात मुद्दों पर केंद्रित होगा।
- Ø G20 के साथ-साथ, Bangladesh, Egypt, Mauritius, Netherlands, Nigeria, Oman, Singapore, Spain and UAE से मुलाकात के साथ-साथ, UN, IMF, WB, WHO, WTO, ILO, FSB and OECD .
पिछले G20 Summit:
वाशिंगटन डीसी, लंदन, पिट्सबर्ग - 2008 और 2009:
2008: पहला G20 समिट वाशिंगटन डीसी (USA) में आयोजित हुआ था। इस समिट ने वैश्विक वित्त में सुधार के लिए बड़े परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया।
2009: दूसरा G20 समिट लंदन (UK) में आयोजित हुआ था। इसमें G20 ने कर चोरी और टैक्स छलने के प्रयासों पर सहमति बनाई। वित्तीय संकट के बाद, G20 ने हेज़ फंड्स और रेटिंग एजेंसियों पर कठोर नियंत्रण लगाने का संकल्प लिया।
टोरंटो, सियोल, कैन्स - 2010 और 2011:
2010: तीसरा G20 समिट टोरंटो (कनाडा) में हुआ था, जिसमें विभिन्न देशों ने सोवरेन डेब्ट कम करने के लिए दिशानिर्देशों को मंजूरी दी।
2011: चौथा G20 समिट कैन्स (फ्रांस) में हुआ था, जिसमें वैश्विक मूद्रा प्रणाली के सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।
लॉस काबोस, सेंट पीटर्सबर्ग, ब्रिसबेन - 2012, 2013 और 2014:
2012: पांचवां G20 समिट लॉस काबोस (मेक्सिको) में आयोजित हुआ था, जिसमें युवा बेरोजगारी को कम करने और गुणवत्ता युक्त नौकरियों को प्रोत्साहित करने का ध्यान दिया गया था।
2013: छठा G20 समिट सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) में हुआ था, जिसमें कर छलने और टैक्स छलने के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
2014: सातवां G20 समिट ब्रिसबेन (ऑस्ट्रेलिया) में हुआ था, जिसमें दुनियाभर के संगठनों और देशों ने अपने योगदान के माध्यम से ग्लोबल आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का उल्लेख किया।
अंटाल्या और हांगज़ू - 2015 और 2016:
2015: आठवां G20 समिट अंटाल्या (तुर्की) में आयोजित हुआ, जिसमें ग्लोबल आर्थिक मानकों की समानता के लिए सहकार्य को मजबूती देने के लिए कई कदम उठाए गए।
2016: नौवां G20 समिट हांगज़ू (चीन) में आयोजित हुआ, जिसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था की मजबूत और समावेशी पुनर्निर्माण की ओर महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।
सऊदी अरब - 2020:
2020 में 15वा G20 समिट '21वीं सदी की सभी अवसरों को पूरा करने के लिए' विषय पर आयोजित हुआ था। यह G20 का पहला वर्चुअल समिट था। सऊदी अरब के अध्यक्षता ने 2020 में COVID-19 महामारी के बारे में बातचीत के लिए 'अतिरिक्त आवश्यक ग20 नेताओं का वर्चुअल समिट' का आयोजन किया था। G20 नेताओं का समूह COVID-19 महामारी के बढ़ते प्रभाव का संयुक्त रूप से सामना करने के लिए संकल्पित था। G20 ने विश्व अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए 5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की वित्तीय सहायता का फैसला किया।
इटली - 2021:
2021 में 16वा G20 समिट इटली में आयोजित हुआ, जिसका विषय 'लोग, प्लैनेट, प्रोस्पेरिटी' था। इस समिट के तहत विशेष ध्यान केवल आर्थिक विकास ही नहीं, बल्कि पृथ्वी की सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और सांत्वन्य परिप्रेक्ष्य को भी दिया गया था।
इंडोनेशिया - 2022:
2022 में 17वा G20 समिट इंडोनेशिया में आयोजित हुआ, जिसका विषय 'मिलकर बढ़ें, सशक्त बढ़ें' था। इसके तहत ग्लोबल स्वास्थ्य संरचना, डिजिटल परिवर्तन, और सस्ती ऊर्जा परिवर्तन के लिए कई प्रमुख कदम उठाए गए।
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