शीतलहर का प्रकोप: प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों पर असर
उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी: प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां जारी
सर्दी का मौसम और भी तेज़: पूरे उत्तर भारत में शीत लहर की चेतावनी
प्रयागराज का तापमान कुल्लू मनाली से भी कम हुआ ।
उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। प्रयागराज में भी शीतलहर का प्रकोप देखा जा रहा है, जहां आने वाले दिनों में विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम, महाकुंभ मेला आयोजित होने वाला है। भीषण शीतलहर की चपेट में आया उत्तर भारत, जहां प्रयागराज में तापमान गिरकर 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। महाकुंभ मेले की तैयारियों के बीच यह कड़ाकेदार सर्दी श्रद्धालुओं की आस्था की परीक्षा ले रही है, लेकिन फिर भी संगम तट पर स्नान का क्रम जारी है।
आईएमडी के अनुसार, आने वाले दिनों में उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। प्रयागराज प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र में जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की गई है, और रात्रि विश्राम के लिए गर्म कंबलों का प्रबंध किया गया है। विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरतें।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, प्रयागराज में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। शहर की सड़कों पर लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं। कई जगहों पर लोग अलाव के पास बैठकर ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं। इतनी कड़ाकेदार ठंड के बावजूद, श्रद्धालुओं का संगम में स्नान का सिलसिला जारी है।
महाकुंभ मेले को देखते हुए,भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी, IMD) ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक विशेष पहल की है। आईएमडी ने एक विशेष वेबपेज लॉन्च किया है। विभाग के निदेशक मनीष रानलकर के अनुसार, इस वेबपेज पर हर 15 मिनट में मौसम की ताजा जानकारी मिलेगी। साथ ही, दिन में दो बार मौसम का पूर्वानुमान भी जारी किया जाएगा। यह सुविधा आने वाले 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
महाकुंभ मेले में तीर्थयात्रियों ने ठंड के बावजूद गंगा में डुबकी लगाई। पूरे उत्तर प्रदेश में शीतलहर जारी है, आने वाले दिनों में भी जारी रहने की संभावना है। प्रयागराज में 6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वर्गीकरण के अनुसार, 'बहुत घना' कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 से 50 मीटर के बीच होती है, 'घना' कोहरा 51 से 200 मीटर के बीच होता है, 'मध्यम' कोहरा 201 से 500 मीटर के बीच होता है, और 'उथला' कोहरा 501 से 1,000 मीटर के बीच होता है।
मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में घने कोहरे की चेतावनी भी जारी की है। इससे यातायात प्रभावित हो सकता है। मध्य भारत में भी तापमान में गिरावट की संभावना जताई गई है। जिससे दृश्यता और परिवहन प्रभावित होगा।
12 वर्षों के बाद आयोजित हो रहे इस महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। प्रयागराज में घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के मद्देनजर, श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। गर्म कपड़ों का प्रबंध, स्नान के बाद तुरंत शरीर को पोंछना, और गर्म पेय का सेवन अत्यंत आवश्यक है। सनातन धर्म में निहित महाकुंभ मेला एक दिव्य संरेखण का जश्न मनाता है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह आत्माओं को शुद्ध करता है और मोक्ष (मुक्ति) प्रदान करता है। पवित्र स्नान में भाग लेने के लिए दुनिया भर से तीर्थयात्री गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर आते हैं। कड़ाके की ठंड के बावजूद, भक्तों की भक्ति अटूट बनी हुई है क्योंकि वे ऐतिहासिक सभा की तैयारी कर रहे हैं।
12 साल बाद होने वाले इस महाकुंभ मेले में गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर स्नान का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। कड़ाके की ठंड के बावजूद, श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है, और वे इस ऐतिहासिक आध्यात्मिक समागम के लिए पूरी तरह से तैयार हैं |